ननद को भी अपने मायके में कुछ खर्च करने चाहिए। मोरल कहानी भईया भाभी, ननद देवर,यही तो होते हैं घर के जेवर,कभी ना आएगी इनमें दूरी,अगर दिखाए ना इक-दूजे को तेवर।